Close Menu

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

    What's Hot

    WoW Classic Boost: 7 Reasons to Start Playing Classic Anniversary In 2025

    June 30, 2025

    Top 8 Ludo Apps for Real Money Gaming on the Go

    June 13, 2025

    The PRINCE2 Project Manager Guide to Thriving in a Multi-Country Team 

    May 30, 2025
    Facebook X (Twitter) Instagram
    HindiDp
    • Home
    • Information
      • Gaming
    • Hindi Grammar
    • Status
      • Whatsapp DP
      • Birthday Wishes
      • Shayari quotes & status
    • Social Media
      • Instagram Bio
      • Facebook Bio
      • Telegram Bio
    • Business
    • Health
    • News
    • Travel
    HindiDp
    Home»Uncategorized»Mahadevi Verma, जीवन परिचय
    Uncategorized

    Mahadevi Verma, जीवन परिचय

    adminBy adminAugust 19, 2024No Comments4 Mins Read
    Share
    Facebook Twitter Reddit Telegram Pinterest Email

    Mahadevi Verma: एक भारतीय हिंदी भाषा की कवयित्री और एक उपन्यासकार थीं। उन्हें हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माना जाता है। उन्हें आधुनिक मीरा के रूप में भी संबोधित किया गया है। कवि निराला ने एक बार उन्हें “हिंदी साहित्य के विशाल मंदिर में सरस्वती” कहा था।

    Table of Contents

    Toggle
    • Who Is Mahadevi Verma – कौन है महादेवी वर्मा
    • Mahadevi Verma, महादेवी वर्मा का जीवन परिचय
    • Marriage – महादेवी वर्मा की शादी
    • Education – महादेवी वर्मा की शिक्षा
    • Works and Compositions – महादेवी वर्मा के कार्य और रचनाएं
    • Received Awards – महादेवी वर्मा को मिले पुरस्कार

    Who Is Mahadevi Verma – कौन है महादेवी वर्मा

    Name:Mahadevi Verma
    Born:26 March 1907, Farrukhabad
    Died:11 September 1987, Prayagraj
    Spouse:Dr Swarup Narain Varma (m. 1914–1966)
    Awards:Jnanpith Award, Padma Bhushan, Padma Vibhushan, Sahitya Akademi Fellows
    Parents: Govind prasad, Hem rani
    Movies: Neel Akasher Neechey

    Mahadevi Verma, महादेवी वर्मा का जीवन परिचय

    Mahadevi Verma, महादेवी वर्मा का जीवन परिचय
    Mahadevi Verma, महादेवी वर्मा का जीवन परिचय

    महादेवी वर्मा का जन्म होली के दिन 26 मार्च, 1907 को फ़र्रुख़ाबाद, उत्तर प्रदेश में हुआ था. महादेवी वर्मा के पिता श्री गोविन्द प्रसाद वर्मा एक वकील थे और माता श्रीमती हेमरानी देवी थीं. महादेवी वर्मा के माता-पिता दोनों ही शिक्षा के अनन्य प्रेमी थे.

    Marriage – महादेवी वर्मा की शादी

    महादेवी वर्मा ने जिस परिवार में जन्म लिया था उसमें कई पीढ़ियों से किसी कन्या का जन्म नहीं हुआ था इसलिए परिवार में महादेवी की हर बात को माना जाता था. महादेवी का विवाह अल्पायु में ही कर दिया गया, पर वह विवाह के इस बंधन को जीवनभर स्वीकार न कर सकीं.

    नौ वर्ष की यह अबोध बालिका जब ससुराल पहुंची और श्वसुर ने उसकी पढ़ाई पर बंदिश लगा दी तो उनके मन ने ससुराल और विवाह को त्याग दिया. विवाह के एक वर्ष बाद ही उनके श्वसुर का देहांत हो गया और तब उन्होंने पुन: शिक्षा प्राप्त की, पर दोबारा ससुराल नहीं गईं. उन्होंने अपने गद्य-लेखन द्वारा बालिकाओं, विवाहिताओं और बच्चों के प्रति समाज में हो रहे अन्याय के विरुद्ध जोरदार आवाज उठाकर उन्हें न्याय दिए जाने की मांग की.

    Education – महादेवी वर्मा की शिक्षा

    महादेवी वर्मा की प्रारम्भिक शिक्षा इन्दौर में हुई. 1919 में इलाहाबाद में क्रास्थवेट कॉलेज से शिक्षा का प्रारंभ करते हुए महादेवी वर्मा ने 1932 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संस्कृत में एम.ए. की उपाधि प्राप्त की. उस समय हाई स्कूल से आगे जाकर एम.ए. करना एक लड़की के लिए बड़ी बात होती थी.

    Works and Compositions – महादेवी वर्मा के कार्य और रचनाएं

    1932 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम.ए. करने के बाद से उनकी प्रसिद्धि का एक नया युग प्रारंभ हुआ. अपने प्रयत्नों से उन्होंने इलाहाबाद में प्रयाग महिला विद्यापीठ की स्थापना की. इसकी वे प्रधानाचार्य एवं कुलपति भी रहीं. 1932 में उन्होंने महिलाओं की प्रमुख पत्रिका ‘चाँद’ का कार्यभार सँभाला. 1934 में नीरजा तथा 1936 में सांध्यगीत नामक संग्रह प्रकाशित हुए.

    सन 1955 में महादेवी जी ने इलाहाबाद में ‘साहित्यकार संसद’ की स्थापना की और पं. इला चंद्र जोशी के सहयोग से ‘साहित्यकार’ का संपादन सँभाला. यह इस संस्था का मुखपत्र था.

    Received Awards – महादेवी वर्मा को मिले पुरस्कार

    स्वाधीनता प्राप्ति के बाद 1952 में वे उत्तर प्रदेश विधान परिषद की सदस्या मनोनीत की गईं. 1956 में भारत सरकार ने उनकी साहित्यिक सेवा के लिए ‘पद्म भूषण’ की उपाधि और 1969 में विक्रम विश्वविद्यालय ने उन्हें डी.लिट. की उपाधि से अलंकृत किया. इससे पूर्व महादेवी वर्मा को ‘नीरजा’ के लिए 1934 में ‘सक्सेरिया पुरस्कार’, 1942 में ‘स्मृति की रेखाओं’ के लिए ‘द्विवेदी पदक’ प्राप्त हुए. 1943 में उन्हें ‘मंगला प्रसाद पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. ‘यामा’ नामक काव्य संकलन के लिए उन्हें भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ वर्ष 1983 में प्राप्त हुआ. इसी वर्ष उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार के ‘भारत भारती’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 1988 में उन्हें ‘पद्म विभूषण’ से भी सम्मानित किया गया.

    एक बार मैथिलीशरण गुप्त ने उनकी कर्मठता की प्रशंसा करते हुए पूछा कि आप कभी थकती नहीं. उनका उत्तर था कि होली के दिन जन्मी हूं न, इसीलिए होली का रंग और उसके उल्लास की चमक मेरे चेहरे पर बनी रहती है. 11 सितंबर, 1987 को महादेवी की मृत्यु हो गई. उनके जाने से हिन्दी साहित्य ने आधुनिक युग की मीरा को खो दिया.

    नोट: ये सभी लेख Google और Wikipedia से लिए गए हैं, जिन्हें हमने आप तक पहुंचाने के लिए कुछ चीजों को काटा/छांटा है, लेकिन हमने इन चीजों को गलत तरीके से बदला या प्रकाशित नहीं किया है, अगर आपको कुछ चीजों में कोई बदलाव या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो, हमें बताते, पोस्ट के निचे कमेंट करके, हम आपके सुझाव का जल्द से जल्द जवाब देंगे। आपका अपना बिस्वासी HindiDp.com.

    Mahadevi Verma जीवन परिचय
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Telegram Reddit Email
    Previous ArticleNuakhai in Odisha, उत्सव दिवस ओडिशा
    Next Article Anti Gravity Yoga: एंटीग्रैविटी योग के लाभ
    admin
    • Website

    Add A Comment
    Leave A Reply Cancel Reply

    Stay In Touch
    • Facebook
    • Twitter
    • Pinterest
    • Instagram
    • YouTube
    • Vimeo
    Don't Miss

    Anek Shabdon Ke Liye Ek Shabd – अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (Hindi Grammar)

    By adminApril 11, 2025

    दोस्तों, आज के इस हिंदी व्याकरण के लेख में आप Hindi Grammar के एक महत्वपूर्ण…

    Hindi Gk Question Answer, आने वाली सरकारी परीक्षाओं के लिए सामान्य ज्ञान

    April 8, 2025

    Paropkar Essay in Hindi | परोपकार पर निबंध

    September 21, 2024

    Vyanjan Varn in Hindi: व्यंजन वर्ण किसे कहते हैं और व्यंजन वर्ण के कितने भेद होते हैं।

    September 20, 2024

    Subscribe to Updates

    Get the latest creative news from SmartMag about art & design.

    About Us
    About Us

    Hindidp.com is a participant of the Amazon LLC Associates Program, an affiliate advertising program that provides websites to earn advertising fees by linking to Amazon.in. The Web Pages are linked to affiliate links, so the owner of this site will make a referral commission.

    Our Picks

    The Future of Wellness in a Patch-The Super Patch Technology

    May 30, 2025

    Mentha Oil Rate Today and Its Impact on the FMCG Industry

    May 28, 2025

    Helping Your Teen Prepare for College: A Parent’s Guide

    May 15, 2025
    New Comments
    • StevenGuila on [60+] Hurt Shayari in Hindi with Images, हर्ट शायरी
    • Kompaniya_zxsi on 100+ Best Comment For Girl Pic on Instagram in Hindi
    • Kompaniya_cxst on 100+ Best Comment For Girl Pic on Instagram in Hindi
    • Kompaniya_yxOn on 100+ Best Comment For Girl Pic on Instagram in Hindi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • About Us
    • Contact Us
    • Disclaimer
    • DMCA
    • Privacy Policy
    • Terms and Conditions
    © 2025 HindiDp

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.